1.आहारसम्भवमवस्तु।।
2.दोषधातुमलमूलं हि शरीरं।।
3.दोषधातुमला मूलं सदा देहस्य।।
4.None
1.रज
2.तम
3.सत्व
4.None
1.कफ अपने विसर्ग कर्म से शरीर को धारण करता है
2.वात अपने विछेप कर्म से शरीर को धारण करता है
3.पित्त अपने आदान कर्म से शरीर को धारण करता है
4.सभी सही है
1.धातु
2.दोष
3.मल
4.सभी
1.धातु
2.मल
3.दोष
4.None
1.धातु व मल कहते है
2.दोष व धातु कहते है
3.मल कहते है
4.दोष कहते है
1.चरक
2.सुश्रुत
3.भागभट्ट
4.None
1.पित्त
2.कफ
3.वात ओर पित्त
4.कफ और वात
1.कफ
2.पित्त
3.वात
4.पित्त और वात
1.शारीर दोष
2.भूतात्मा
3.शरीर
4.गर्भ
1.सत्व
2.रज
3.तम
4.All
1.वात
2.पित्त
3.कफ
4.तम
1.3
2.2
3.1
4.4
1.पंचमहाभूत का विकार समहू हो
2.आत्मा का वास हो
3.आंतर क्रियाये सम्यक भाव से हो रही हो
4.All
1.वात
2.पित्त
3.कफ
4.All
1.दोष, धातु, मल
2.सिर्फ मल
3.सिर्फ धातु
4.सिर्फ दोष
1.सत्व
2.रज
3.तम
4.वात
1.2
2.3
3.4
4.5
1.चरक
2.सुश्रुत
3.बागभट्ट
4.None
1.वात का
2.कफ का
3.पित्त का
4.किसी का नही